जयपुर में CBI ने ITAT में रिश्वतखोरी का किया भंडाफोड़, अकाउंटेंट गिरफ्तार, एक करोड़ से अधिक नकदी बरामद

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आईटीएटी), जयपुर के एक अकाउंटेंट मेंबर कमलेश राठौड़ को रिश्वतखोरी के एक गिरोह से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि ये पैसे के बदले अपीलों का अनुकूल निपटारा कराता था.

अधिकारियों ने बताया कि आईटीएटी के अकाउंटेंट मेंबर कमलेश राठौड़ को बुधवार को गिरफ्तार किया गया और गुरुवार को एक विशेष कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें एक दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.

न्यायिक सदस्य समेत तीन लोगों को गिरफ्तार

एजेंसी ने मंगलवार को इस गिरोह का भंडाफोड़ किया, जिसमें एक न्यायिक सदस्य समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. अधिकारियों ने बताया कि जयपुर में कमलेश राठौड़ के आवास की तलाशी के दौरान 20 लाख रुपए नकद और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए.

1.30 करोड़ रुपए से अधिक नकदी बरामद

इस जब्ती के साथ मामले में कुल 1.30 करोड़ रुपए की नकदी बरामद हुई है, जिसमें बुधवार को गिरफ्तार की गईं न्यायिक सदस्य की कार से जब्त किए गए 30 लाख रुपए भी शामिल हैं. सीबीआई के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि पिछले तीन दिनों में तलाशी के दौरान सीबीआई ने 1.30 करोड़ रुपए से अधिक नकद, लेनदेन का विवरण, संपत्ति के दस्तावेज और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए, जो एक संगठित गिरोह का संकेत देते हैं.

लंबित अपीलें तय कराने के लिए रिश्वत

सीबीआई के मुताबिक, यह पूरा रैकेट आईटीएटी जयपुर बेंच में लंबित अपीलों को रिश्वत लेकर निपटाने में लगा हुआ था. न्यायिक सदस्य, अधिवक्ता और अन्य सहयोगियों के बीच एक मजबूत रिश्वत सिंडिकेट सक्रिय था. रिश्वत की रकम हवाला नेटवर्क से गुजरती थी ताकि इसका कोई सीधा रिकॉर्ड न मिले. एजेंसी का कहना है कि आरोपी लंबे समय से अपीलकर्ताओं को फायदा पहुंचाने के लिए पैसे लेकर फैसले प्रभावित कर रहे थे.

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