
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में लंबे समय से लोगों को चूना लगाने वाले ठग कन्हैया गुलाटी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. ताजा मामला बारादरी थाने में दर्ज हुआ है, जो उसके खिलाफ 17वीं एफआईआर है. पुलिस के मुताबिक कन्हैया गुलाटी ने अलग-अलग तरीकों से लोगों को निवेश के नाम पर फंसाया और उनसे करोड़ों रुपये की ठगी की.
पीड़ितों का कहना है कि गुलाटी खुद को बड़ा कारोबारी बताता था और रकम जल्दी दोगुनी करने का झांसा देता था. शुरुआत में कुछ लोगों को मुनाफा देकर भरोसा जीता गया, लेकिन बाद में बड़ी रकम हड़प ली गई. जब निवेशकों ने अपने पैसे वापस मांगे तो उन्हें टालना शुरू कर दिया गया.
झारखंड से यूपी तक फैला ठगी का नेटवर्क
पुलिस जांच में सामने आया है कि कन्हैया गुलाटी का ठगी का नेटवर्क सिर्फ बरेली तक सीमित नहीं था. उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश और झारखंड के कई जिलों में कुल 35 मुकदमे दर्ज बताए जा रहे हैं. अलग-अलग जिलों में लोगों से अलग-अलग स्कीम के नाम पर पैसा लिया गया. कई पीड़ित ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी जमा पूंजी, गहने और यहां तक कि कर्ज लेकर पैसा लगाया था. उन्हें भरोसा दिलाया गया था कि कुछ ही महीनों में रकम दोगुनी होकर वापस मिल जाएगी. लेकिन समय बीतने के बाद न तो पैसा मिला और न ही कोई सही जवाब. जैसे-जैसे शिकायतें बढ़ती गईं, वैसे-वैसे पुलिस पर भी दबाव बढ़ा. कई निवेशक थाने के चक्कर काटते रहे, तब जाकर नए मुकदमे दर्ज किए गए.
SSP के निर्देश पर एसआईटी का गठन
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी अनुराग आर्य ने कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने इस पूरे मामले की जांच के लिए (SIT) का गठन किया है. एसआईटी को निर्देश दिए गए हैं कि ठगी से जुड़े सभी मामलों की गहराई से जांच की जाए और पीड़ितों को न्याय दिलाया जाए.
पुलिस ने कन्हैया गुलाटी और उसके साथियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी कर दिया है ताकि वह देश छोड़कर फरार न हो सके. आशंका जताई जा रही है कि आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए छिप रहा है या शहर से बाहर निकलने की फिराक में है.
बारादरी थाने में दर्ज ताजा मुकदमे के बाद पुलिस अब उसकी संपत्ति, बैंक खातों और लेन-देन की भी जांच कर रही है. माना जा रहा है कि ठगी की रकम को अलग-अलग जगह निवेश या प्रॉपर्टी में लगाया गया है.
पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग
इस पूरे मामले के सामने आने के बाद पीड़ितों को अब पुलिस कार्रवाई से उम्मीद जगी है. लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई होती तो इतने लोग ठगी का शिकार नहीं होते. पीड़ितों ने मांग की है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर उनकी मेहनत की कमाई वापस दिलाई जाए.