अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को सभी अमेरिकियों को रोशनी के त्योहार दिवाली की शुभकामनाएं दीं. व्हाइट हाउस से जारी एक संदेश में, उन्होंने दिवाली को ‘बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय’ का प्रतीक बताया. ट्रंप ने कहा कि यह त्योहार आत्मनिरीक्षण, सद्भाव और पुनर्जन्म का अवसर है, जो परिवारों और समुदायों को एकजुट करता है.
ट्रंप ने कहा, ‘आज मैं दिवाली मनाने वाले प्रत्येक अमेरिकी को अपनी शुभकामनाएं देता हूं. यह परिवारों और दोस्तों को एक साथ लाकर समुदाय का जश्न मनाने, आशा से शक्ति प्राप्त करने और एक स्थायी भावना को अपनाने का समय है.’ उन्होंने आगे कहा कि दीयों और मोमबत्ती की रोशनी इस सच्चाई को दोहराती है कि अच्छाई हमेशा बुराई पर विजय पाती है.
अमेरिका में बढ़ रहा है दिवाली का प्रभाव
भारतीय संस्कृति और दिवाली संयुक्त राज्य अमेरिका में लगातार लोकप्रिय हो रही हैं. न्यूयॉर्क शहर ने 2023 से दिवाली को आधिकारिक सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है. यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी शहर में दिवाली को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है. न्यू जर्सी के कई जिलों जिनमें एडिसन, साउथ ब्रंसविक और जर्सी सिटी शामिल हैं. इन सभी में दिवाली के दिन स्कूलों में छुट्टी रहती है.
कैलिफोर्निया, टेक्सास, शिकागो और जॉर्जिया में भी दिवाली की धूम
कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजिल्स और सैन जोस में हर साल ‘प्रकाशोत्सव’ के नाम से भव्य समारोह आयोजित किए जाते हैं. हालांकि यहां यह आधिकारिक अवकाश नहीं है, फिर भी स्थानीय प्रशासन, भारतीय समुदाय के सहयोग से, इसे एक सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाता है. टेक्सास के ह्यूस्टन और डलास, इलिनॉय के शिकागो और जॉर्जिया के अटलांटा में भी दिवाली बहुत लोकप्रिय है. मंदिरों और सामुदायिक केंद्रों में दिवाली मेले, सांस्कृतिक कार्यक्रम और शानदार प्रकाश शो आयोजित किए जाते हैं.
व्हाइट हाउस में दिवाली की परंपरा
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में पिछले कुछ वर्षों में व्हाइट हाउस में दिवाली मनाने की परंपरा स्थापित हुई है. राष्ट्रपति ट्रंप का यह संदेश इस बात का प्रमाण है कि यह भारतीय त्योहार अमेरिकी सांस्कृतिक परिदृश्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता जा रहा है. दिवाली के इस अवसर पर लाखों अनिवासी भारतीयों के साथ-साथ अमेरिकी नागरिक भी इस उत्सव में शामिल हो रहे हैं और ‘प्रकाश के इस त्योहार’ की खुशियां साझा कर रहे हैं.