ईरान की राजधानी तेहरान एक गंभीर जल संकट का सामना कर रही है. 1 करोड़ की आबादी वाले इस शहर के पास अब केवल दो हफ्ते का पानी बचा है. स्थिति इतनी विकट है कि कुछ ही हफ्तों में तेहरान के कुछ इलाकों को डे जीरो जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसका अर्थ है कि इन क्षेत्रों में पानी पूरी तरह समाप्त हो जाएगा. जल संकट का मुख्य कारण ऐतिहासिक सूखा है, जिसने पिछले तीन वर्षों से ईरान को प्रभावित किया है. तेहरान को पानी की आपूर्ति करने वाले 19 बांध पूरी तरह सूख चुके हैं, जबकि बाकी जलाशयों में केवल 3 से 15 प्रतिशत पानी बचा है.