दिल्ली में वायु प्रदूषण एक जटिल समस्या है जिसके कई कारण हैं. विशेषज्ञ सोर्स अपोर्शनमेंट स्टडीज के आधार पर बताते हैं कि परिवहन सेक्टर, गाड़ियाँ और बसें लगभग एक-चौथाई पीएम 2.5 प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं. दिल्ली और एनसीआर के आसपास के औद्योगिक क्षेत्र, कोयले से चलने वाले पावर प्लांट और आवासीय बायोमास बर्निंग (लकड़ी, उपले जलाना) भी हवा को प्रदूषित करते हैं. इसके अतिरिक्त, निर्माण कार्य, सड़कों की धूल और खुले में कचरा जलाना भी प्रदूषण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं. अक्टूबर-नवंबर में पराली जलाने जैसी मौसमी गतिविधियाँ प्रदूषण के स्तर को और बढ़ा देती हैं.