प्रकाश सुर्वे की ‘मौसी’ वाली टिप्पणी पर भड़के अमित ठाकरे: “चुनाव में मराठी जनता सिखाएगी सबक”

हिंदी-मराठी विवाद के बीच एकनाथ शिंदे गुटके विधायक प्रकाश सुर्वे ने बयान दिया कि मराठी की कहावत का उपयोग कर हिंदी. अब वो मराठी भाषा विवाद पर बयान देकर फंस गए. प्रकाश सुर्वे एकनाथ शिंदे गुटके विधायक हैं, ये मुंबई उपनगर के मागाठाणे विधान सभा क्षेत्र से आते हैं. महाराष्ट्र में जल्द ही महानगरपालिका के चुनाव घोषित किया जा सकते हैं इसलिए पालिका चुनाव के संदर्भ में क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर नेताओं की बयानबाजी भी तेज हो गई है.

प्रकाश सर्वे ने कहा कि मैं कहता हूं. मराठी मेरी मातृभूमि मेरी मां है तो उत्तर भारत मेरी मौसी है और एक बार मां मर जाए तो चलता है लेकिन मौसी मरनी नहीं चाहिए क्योंकि मौसी ज्यादा प्यार करती है. मां से ज्यादा प्यार आपने मुझे दिया है और यह प्यार मेरे साथियों को भी दीजिए.

इस बीच उत्तर भारतीय समुदाय की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में विधायक प्रकाश सुर्वे पहुंचे और लोगों को संबोधित करते हुए एक मराठी कहावत का हिंदी में अनुवाद कर हिंदी मराठी विवाद पर बयान दिया. जिसको लेकर विपक्ष जमकर शिंदे गुट और विधायक पर निशाना साध रहा है.

अमित ठाकरे ने क्या कहा?

अमित ठाकरे ने इनके बायन पर पलटवार करते हुए कहा कि दहिसर विधायक प्रकाश सुर्वे ने मराठी भाषा को लेकर एक अपमानजनक बयान दिया है. मैंने आते ही सुना, कितना अपमानजनक बयान था. उन्होंने माफी मांगी, लेकिन माफी मांगना तो ऐसा है जैसे ‘मां मर जाए, बुआ न मर जाए’. मां मतलब मराठी लोग और बुआ मतलब उत्तर भारतीय… क्या यही मतलब नहीं था?

उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत शर्मनाक बात है. शिवसेना ने मराठी लोगों के लिए राजनीति की, वे उसी पार्टी से आते हैं और ऐसे बयान? माफी मांगना मेरे हाथ में नहीं है, मराठी लोगों के हाथ में है. चुनाव में पता चलेगा कि कितना माफ़ किया गया. अगर किसी ने ऐसा बयान दिया होता, तो यह शर्मनाक होता. अगर मराठी लोग और बाहरी लोग आपको चुनने आएं, तो क्या आप मराठी लोगों को दरकिनार कर देंगे? क्या संदर्भ गलत है? यह बहुत गंभीर है. एक व्यक्ति से गलती हो सकती है, लेकिन ऐसी गलती दोबारा नहीं होनी चाहिए.

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