देश के चुनावी इतिहास के आकड़ों पर नजर डालें तो ट्रेडिशनल पैटर्न यही कहता है कि जब जनता पोलिंग बूथ पर लंबी-लंबी कतारों में खड़ी नजर आए तो मन में बदलाव लाना एक बड़ा मकसद होता है. हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक वोटिंग प्रतिशत बढ़ने का चुनावी परिणामों पर हमेशा कोई एक जैसा निश्चित या सीधा पैटर्न नहीं होता है.