ट्रंप का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका यह सुनिश्चित करने के लिए दबाव बढ़ा रहा है कि पश्चिमी प्रतिबंध प्रभावी हों और रूस की सेना को फंडिंग न मिल पाए. पश्चिमी देशों ने जब से रूस से ऊर्जा आयात को धीरे-धीरे बंद करना शुरू किया, तब से भारत मॉस्को का सबसे बड़ा खरीदार बनकर उभरा है.