‘मुझे तो वापस जेल जाना है…’, वंदे मातरम् पर चर्चा के बीच बोले सांसद इंजीनियर राशिद

संसद के शीतकालीन सत्र के 6वें दिन लोकसभा में ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान सांसद इंजीनियर राशिद ने मजेदार टिप्पणी कर संसद में हंसी का माहौल बना दिया. बता दें कि लोकसभा में ‘वंदे मातरम्’ की चर्चा की शुरुआत दोपहर 12 बजे पीएम मोदी ने ही की.

लगभग 10 घंटे तक चली इस चर्चा में पक्ष-विपक्ष दोनों ने अपने-अपने तर्क रखे. चर्चा के दौरान पक्ष-विपक्ष में गहमा गहमी भी हुई लेकिन इस बीच एक ऐसा भी मौका आया जब मौजूद सांसद खिलखिला के हंस पड़े.

‘मुझे तो यहां से वापस जेल जाना है’

दरअसल जम्मू कश्मीर के बारामूला से सांसद इंजीनियर राशिद ने की अपना संबोधन शुरू करने से पहले कुछ ऐसा कहा कि संसद का माहौल हल्का-फुल्का हो गया. उनकी बात सुनकर पीठासीन दिलीप सैकिया भी हंस पड़े. असल में जब काफी देर बाद सांसद राशिद की बारी आई तो उन्होंने हल्के-फुल्के मूड के साथ कहा कि इतनी देर से आप लोग बैठे हो, थोड़ा टाइम और दे देना. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आप लोगों को तो घर जाना है, मुझे तो यहां से वापस जेल जाना है.

जेल में क्यों बंद हैं इंजीनियर राशिद?

बारामूला सांसद इंजीनियर राशिद तिहाड़ जेल में बंद हैं. वहीं दिल्ली की एक कोर्ट ने उन्हें संसद के शीतकालीन सत्र में हिरासत में मौजूदगी के साथ शामिल होने की अनुमति दी है. कोर्ट में यह याचिका उनके वकील ने दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि एक सांसद होने के नाते इंजीनियर राशिद का संसद सत्र में भाग लेना उनका सार्वजनिक कर्तव्य है.

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को हराया

इंजीनियर राशिद ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बारामूला से तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को मात दी थी. वह 2019 से तिहाड़ जेल में बंद हैं. उन्हें एनआईए ने 2017 के कथित टेरर फंडिंग मामले में यूएपीए के तहत अरेस्ट किया था.

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