राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में साहित्य आजतक 2025 का दूसरा दिन काफी शानदार रहा. साहित्य आजतक 2025 के दूसरे दिन यानी 22 नवंबर को अमोल पालेकर ने सिनेमा के आम आदमी पर चर्चा की, मनोज मुंतशिर ने काव्य पाठ किया. राजेश तैलंग अभिनय, परिवार और ओशो प्रभाव पर बोले, कविताएं सुनाईं. कवि सम्मेलन में स्वयं श्रीवास्तव, वरुण आनंद, अभिसार शुक्ला आदि ने प्रेम-समाज पर रचनाएं पेश कीं. पूरे दिन साहित्य, कला और सिनेमा का शानदार मेल देखने को मिला.