राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों पर भड़के CM सैनी, बोले- जनता ने कांग्रेस को नकारा

राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों पर भड़के CM सैनी, बोले- जनता ने कांग्रेस को नकारा

हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने राहुल गांधी के द्वारा अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरियाणा में वोट चोरी के लगाए गए सभी आरोपों का जवाब दिया. नायब सैनी ने कहा कि वोट चोरी की एक लंबी चौड़ी प्रेस वार्ता राहुल गांधी ने की. उन्होंने कहा कि जिस विधानसभा की वोट चोरी की बात राहुल गांधी ने की वहां पर विधानसभा और लोकसभा चुनाव दोनों में कांग्रेस ही जीती.

राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता में कहा कि दो बूथ पर 223 वोट एक ही फोटो से बनाए गए. इन 223 वोट का जिक्र मुलाना विधानसभा में किया गया, वहां से विधायक पूजा चौधरी कांग्रेस की जीती. जिन दो बूथ का जिक्र किया गया, वहां से लोकसभा सांसद भी कांग्रेस का है. ये लोकसभा अंबाला है और सांसद वरुण मुलाना है. सीएम सैनी ने कहा कि राहुल गांधी को ये फर्जी स्क्रिप्ट देने वालों पर भी जरूर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने सदन से आग्रह किया कि तथ्यों, कार्यों और जनहित के आधार पर अविश्वास प्रस्ताव को अस्वीकार करें.

9 कांग्रेस विधायक निलंबित

हरियाणा विधानसभा में शुक्रवार को राष्ट्र गीत वंदे मातरम की रचना के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित चर्चा के दौरान सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के कुछ सदस्यों के बीच तीखी बहस के बाद कुछ देर तक शोर-शराबा हुआ. सदन में आसन के समीप जाकर हंगामा करने और कई बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद अपनी सीट पर वापस न जाने पर विधानसभाध्यक्ष ने नौ कांग्रेस विधायकों को कुछ देर के लिए निलंबित कर दिया.

राष्ट्र गीत को खंडित करने का आरोप

चर्चा के दौरान कांग्रेस सदस्यों ने मंत्री अनिल विज की कुछ टिप्पणियों पर आपत्ति जताई और बाद में अपनी सीट पर वापस बैठ गए, लेकिन वे तब फिर से उठ खड़े हो गये और आसन के समीप पहुंच गये जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुछ टिप्पणियां कीं. चर्चा में भाग लेते हुए, सैनी ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर तीखा हमला किया तथा उन पर और कांग्रेस पर मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेककर राष्ट्र गीत को खंडित करने का आरोप लगाया.

राष्ट्र गीत का अपमान नहीं होना चाहिए

सैनी ने कहा कि नेहरू को तब कड़ा जवाब देना चाहिए था. बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखित इस गीत को 1950 में भारत के राष्ट्र गीत के रूप में अपनाया गया था. सैनी की टिप्पणी पर विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्य कांग्रेस विधायकों ने तुरंत तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. हुडा ने कहा कि राष्ट्र गीत पर चर्चा चल रही है. राष्ट्र गीत का अपमान नहीं होना चाहिए.

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