
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने रविवार को सेशेल्स में एक सामुदायिक स्वागत समारोह में लोगों को संबोधित किया. साथ ही नवनिर्वाचित राष्ट्रपति पैट्रिक हर्मिनी के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया. हिंद महासागर क्षेत्र के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि सदियों से, हिंद महासागर की मानसूनी हवाएं दूरस्थ साम्राज्यों के बीच ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति के बीज को पहुंचाती रही हैं.
हिंद महासागर क्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी का सभी क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक और उन्नति का नजरिया एक स्वतंत्र, खुले और सुरक्षित हिंद महासागर के प्रति हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है. सेशेल्स भारत के महासागर दृष्टिकोण और वैश्विक दक्षिण की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने के हमारे सामूहिक प्रयासों में एक महत्वपूर्ण भागीदार है.
Official X account of Vice President (@VPIndia) posts, “Honble Vice-President Shri C. P. Radhakrishnan attended the swearing-in ceremony of H. E. Dr. Patrick Herminie as President of the Republic of Seychelles at Unity Stadium, Victoria, Seychelles, conveying greetings and best pic.twitter.com/tgQbJ0UkM2
— Press Trust of India (@PTI_News) October 26, 2025
राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में हुए शामिल
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने रविवार को सेशेल्स के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति पैट्रिक हर्मिनी के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व किया. राधाकृष्णन सेशेल्स की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उपराष्ट्रपति की यह यात्रा सेशेल्स के साथ अपनी साझेदारी को और मजबूत एवं विस्तारित करने की भारत की गहरी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है.
प्रवासी भारतीयों की भूमिका की सराहना
हर्मिनी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से पहले राधाकृष्णन ने सेशेल्स में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित किया. उपराष्ट्रपति ने भारत और सेशेल्स के बीच दीर्घकालिक संबंधों पर प्रकाश डाला. उन्होंने रिश्तों को और मजबूत बनाने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका की सराहना की.
राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महासागर (क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक एवं समग्र उन्नति) दृष्टिकोण का भी जिक्र किया. प्रधानमंत्री मोदी ने मार्च में मॉरीशस की अपनी यात्रा के दौरान ग्लोबल साउथ के साथ भारत के जुड़ाव के लिए महासागर दृष्टिकोण की घोषणा की थी. राधाकृष्णन ने इस बात पर जोर दिया कि सेशेल्स महासागर दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भागीदार बना हुआ है.