
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री जन सेवा सदन में करवा चौथ मनाया. पदभार ग्रहण करने के बाद यह उनका पहला ऐसा त्योहार था. सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में मुख्यमंत्री जनसेवा सदन में करवाचौथ के पावन अवसर पर सम्मानित अतिथियों एवं परिवारजनों के साथ पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा-अर्चना की और सभी रस्में पूर्ण कीं.
#WATCH | Delhi CM Rekha Gupta performs #KarwaChauth rituals and breaks her fast after sighting the moon. pic.twitter.com/JU3pSQYWJT
— ANI (@ANI) October 10, 2025
वहीं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह ने चांद देखने के बाद करवा चौथ की रस्में निभाईं. शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना चौहान ने कहा कि यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है कि यह मेरी बेटियों के साथ मेरा पहला करवा चौथ है. मैं अपनी दोनों बेटियों को आशीर्वाद देती हूं.
#WATCH | Union Minister Shivraj Singh Chouhan’s wife Sadhna Chouhan says, “It is a big deal for me that this is my first Karwa Chauth with my daughters…I bless both my daughters…” https://t.co/HBhIkVDflk pic.twitter.com/4elt9gOYXa
— ANI (@ANI) October 10, 2025
यह पर्व दांपत्य के सौंदर्य का प्रतीक
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि यह पर्व दांपत्य के सौंदर्य का प्रतीक होने के साथ-साथ उस संस्कृति का उत्सव भी है, जिसमें नारी अपने परिवार और समाज के सुख-समृद्धि के लिए स्वयं को समर्पित करती है. हमारी भारतीय परंपराएं और त्योहार हमें सदैव यह स्मरण कराते हैं कि पारिवारिक मूल्य और सार्वजनिक कर्तव्य एक-दूसरे के पूरक हैं. उन्होंने सभी सुहागिनों को करवाचौथ की शुभकामनाएं दीं.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मनाया करवा चौथ
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस कार्यक्रम में महिला नेताओं, केंद्रीय मंत्रियों की पत्नियों, सांसदों, विधायकों, पार्षदों, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और दिल्ली तथा देश भर की प्रमुख महिलाओं ने भाग लिया. वहीं उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि ‘करवा चौथ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और नारीत्व की गहन परंपराओं का प्रतीक है.
कथा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
यह पति-पत्नी के बीच विश्वास और समर्पण के शाश्वत बंधन का प्रतिनिधित्व करता है, साथ ही त्याग, प्रेम और एकता के मूल्यों का भी प्रतीक है जो हमारी पारिवारिक व्यवस्था को परिभाषित करते हैं.’ इस उत्सव में पारंपरिक अनुष्ठानों के साथ ही करवा चौथ कथा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. रंग-बिरंगे परिधानों में सजी महिलाओं ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं, बड़ों का आशीर्वाद लिया और व्रत रखा.