
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गोवा, दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और राजकोट में कई ठिकानों पर छापेमारी की. 28 और 29 सितंबर को चलाए गए इस तलाशी अभियान में एजेंसी ने गोल्डन ग्लोब होटल्स प्राइवेट लिमिटेड, वर्ल्डवाइड रिसॉर्ट्स एंड एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और गोवा के मशहूर बिग डैडी कैसिनो से जुड़े 15 ठिकानों पर दबिश दी.
तलाशी के दौरान ED ने लगभग 2.25 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा, 14,000 अमेरिकी डॉलर और 8.50 लाख रुपये के बराबर अन्य विदेशी करेंसी बरामद की. इसके अलावा, 90 लाख रुपये से अधिक मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी (यूएसडीटी सहित) भी फ्रीज की गई. ED ने छापों में कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए हैं.
कैसिनो में विदेशी करेंसी के बदले पोकर चिप्स
जांच में सामने आया कि कैसिनो में ग्राहकों को विदेशी मुद्रा के बदले पोकर चिप्स दिए जाते थे. जीत की रकम भी उनकी पसंद के मुताबिक विदेशी करेंसी में लौटाई जाती थी. गोल्डन ग्लोब होटल्स से जुड़े कर्मचारियों द्वारा ऑनलाइन जुआ प्लेटफॉर्म जैसे rolex777.co, iCasino247.com, play247s.com, Win Daddy और Poker Daddy का प्रचार भी सक्रिय रूप से किया जा रहा था.
क्रिप्टो और हवाला का जाल
ED की जांच ने खुलासा किया कि पोकर खिलाड़ियों के क्रिप्टो वॉलेट्स का उपयोग वित्तीय लेन-देन के लिए किया जा रहा था. हवाला चैनलों के जरिए यूएसडीटी (USDT) दुबई और अन्य देशों तक भेजी जा रही थी. इस नेटवर्क में म्यूल अकाउंट्स (दूसरों के नाम पर खोले गए बैंक खाते) का इस्तेमाल जीत की रकम जमा करने और विदेश भेजने के लिए किया जाता था.
प्रवर्तन निदेशालय का दावा
ED ने कहा कि तलाशी के दौरान जुटाए गए दस्तावेज और डिजिटल सबूत साफ तौर पर फेमा के उल्लंघन और सीमा पार हवाला-क्रिप्टो लेन-देन से जुड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करते हैं. ED का कहना है कि इस मामले में जांच अभी जारी है और और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं.