
मध्य प्रदेश के जबलपुर को संस्कारधानी कहा जाता है लेकिन इसी संस्कारधानी वाले शहर जबलपुर के रेलवे स्टेशन से एक शर्मनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है. जिसने यात्रियों की सुरक्षा और वेंडर सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. प्लेटफार्म नंबर 5 पर एक समोसा बेचने वाले वेंडर ने एक रेल यात्री के साथ ऐसी हरकत कर डाली, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई. बताया जा रहा है कि यात्री ने वेंडर से समोसा खरीदा था और यूपीआई से भुगतान करने की कोशिश की लेकिन ट्रांजैक्शन फेल हो गया. इसी बीच ट्रेन के चलने से यात्री जल्दी में प्लेटफार्म छोड़ने लगा, तो समोसा वेंडर ने उसकी कॉलर पकड़ ली और समोसे के बदले जबरदस्ती उसकी कलाई से घड़ी उतरवा ली.
यह पूरी घटना 34 सेकंड के वीडियो में कैद हो गई जिसे होनेस्ट क्रिकेट लवर नाम के सोशल मीडिया यूजर ने X पर शेयर किया. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ट्रेन धीरे-धीरे प्लेटफार्म से रवाना हो रही है. यात्री बिना समोसा लिए ट्रेन की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहा है, तभी वेंडर उसे रोककर उसकी कॉलर पकड़ लेता है. जैसे ही यात्री बचने की कोशिश करता है, वेंडर उसकी कलाई की घड़ी जबरदस्ती उतरवा लेता है. यह सब देख वहां मौजूद अन्य यात्रियों में भी आक्रोश फैल गया.
समोसा वेंडर को लिया हिरासत में
वीडियो वायरल होने के बाद रेलवे प्रशासन हरकत में आया. जबलपुर के मंडल रेल प्रबंधक (DRM) ने तुरंत मामले का संज्ञान लिया और आरोपी वेंडर की पहचान कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. कुछ ही घंटों में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की टीम ने आरोपी समोसा वेंडर को हिरासत में ले लिया और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया. बताया जा रहा है कि वेंडर का लाइसेंस भी निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है ताकि भविष्य में ऐसे लोग स्टेशन परिसर में दोबारा न दिखाई दें.
वेंडिंग लाइसेंस होगा रद्द
डीआरएम जबलपुर ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि वीडियो की जांच की गई है आरोपी वेंडर की पहचान कर ली गई है उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. वेंडिंग लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई चल रही है. इसके बाद पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय ने भी इस मामले में आधिकारिक पोस्ट करते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और ऐसे असामाजिक तत्वों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
क्यूआर कोड पेंमेंट प्रोसेस की होगी समीक्षा
यह घटना न केवल जबलपुर रेलवे स्टेशन प्रशासन के लिए, बल्कि पूरे रेलवे सिस्टम के लिए एक चेतावनी है कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा से जुड़ी सेवाओं पर सख्त निगरानी की जरूरत है. यात्रियों से अपील की गई है कि वे डिजिटल भुगतान करते समय लेनदेन की पुष्टि अवश्य करें और किसी भी प्रकार के दबाव या बदसलूकी की स्थिति में तुरंत रेलवे हेल्पलाइन या RPF से संपर्क करें. रेलवे प्रशासन का कहना है कि इस घटना के बाद स्टेशन पर वेंडरों की निगरानी और क्यूआर कोड आधारित भुगतान व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी. ताकि भविष्य में यात्रियों के साथ इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं दोबारा न हों.