इस समझौते का नाम Strategic Mutual Defence Agreement है. हिन्दी में इसे साझा रक्षा समझौता भी कह सकते हैं, जिसे अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया है. और ये भी स्पष्ट नहीं है कि क्या युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान अपने परमाणु हथियार सऊदी अरब के लिए इस्तेमाल करेगा. अभी दोनों देशों ने सिर्फ इतना बताया है कि अब वो एक दूसरे को सुरक्षा की गारंटी देंगे और किसी भी परिस्थिति में एक देश पर हुआ हमला दोनों देशों पर हमला माना जाएगा.