नाइजीरियाई सेना का बड़ा ऑपरेशन… बोको हराम के 50 से ज़्यादा आतंकियों को किया ढेर

नाइजीरिया की सेना ने देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से में सैन्य ठिकानों पर ड्रोन हमलों के जवाब में बोको हराम के 50 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराया है. सेना ने गुरुवार को यह जानकारी दी है, सेना के प्रवक्ता सानी उबा ने एक बयान में कहा कि आतंकवादियों ने गुरुवार तड़के बोर्नो और योबे राज्यों में सैन्य ठिकानों पर एक साथ कई हमले किए.

सेना ने बताया कि जमीनी और हवाई हमलों के संयोजन से सेना को उन चरमपंथियों को शिकस्त देने में मदद मिली, जिन्होंने उत्तरी कैमरून और योबे राज्य में स्थित कतार्को गांव से हमले शुरू किए थे.

अभी भी आतंकवादियों का पीछा कर रही सेना

प्रवक्ता ने आगे कहा कि वायु सेना के सहयोग से जमीनी सैनिक अब भी समन्वय बनाकर आगे बढ़ रहे हैं और 70 से अधिक घायल आतंकवादियों का पीछा कर रहे हैं. पिछले महीने बोको हराम के आतंकवादियों ने उत्तर-पूर्वी नाइजीरिया के गांव दारुल जमाल पर रात में किए गए हमले में कम से कम 60 लोगों की हत्या कर दी थी. हाल के दिनों में बोको हराम के हमलों में तेजी देखी गई है, जिसकी वजह से अशांति से जूंझ रहे नाइजीरिया के लोगों की और मुश्किलें बढ़ गई हैं.

बोको हराम नाइजीरिया सरकार के क्यों खिलाफ है?

बोको हराम एक सलाफी-जिहादी संगठन है, जो नाइजीरिया के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (खासकर बोर्नो, आदमावा और योबे राज्यों) में सक्रिय है. इसकी स्थापना 2002 में मोहम्मद यूसुफ ने की थी और 2009 से यह हिंसक कार्रवाई कर रहा है. संगठन का मुख्य उद्देश्य नाइजीरिया की सेक्युलर सरकार को उखाड़ फेंकना और पूरे देश में सख्त शरिया कानून पर आधारित इस्लामी राज्य स्थापित करना है.

यह पश्चिमी शिक्षा, लोकतंत्र और आधुनिक संस्थाओं के खिलाफ है और इन्हें अविश्वास यानी कुफ्र का प्रतीक मानता है. जिसको खत्म करने के लिए वह नाइजीरिया में आए दिन हमले करता रहता है.

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