स्थानीय लोगों का आरोप है कि इलाके में निगरानी की कमी है. हालांकि वन अधिकारियों का कहना है कि गहन वैज्ञानिक जांच चल रही है. हाथियों की मौतों की वजह अभी साफ नहीं है. इसीलिए संयुक्त टीम फोरेंसिक और पोस्टमार्टम विश्लेषण पूरा होने के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचेगी.
