
नाइजीरिया की सेना ने देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से में सैन्य ठिकानों पर ड्रोन हमलों के जवाब में बोको हराम के 50 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराया है. सेना ने गुरुवार को यह जानकारी दी है, सेना के प्रवक्ता सानी उबा ने एक बयान में कहा कि आतंकवादियों ने गुरुवार तड़के बोर्नो और योबे राज्यों में सैन्य ठिकानों पर एक साथ कई हमले किए.
सेना ने बताया कि जमीनी और हवाई हमलों के संयोजन से सेना को उन चरमपंथियों को शिकस्त देने में मदद मिली, जिन्होंने उत्तरी कैमरून और योबे राज्य में स्थित कतार्को गांव से हमले शुरू किए थे.
The Nigerian Army says it has killed more than fifty Boko Haram and ISWAP militants, after fierce battles in the country’s northeast. The clashes came as insurgents launched coordinated drone and rocket-propelled grenade attacks on several military bases in Borno and Yobe States. pic.twitter.com/YxbgyJhahH
— Channel Africa (@channelafrica1) October 23, 2025
अभी भी आतंकवादियों का पीछा कर रही सेना
प्रवक्ता ने आगे कहा कि वायु सेना के सहयोग से जमीनी सैनिक अब भी समन्वय बनाकर आगे बढ़ रहे हैं और 70 से अधिक घायल आतंकवादियों का पीछा कर रहे हैं. पिछले महीने बोको हराम के आतंकवादियों ने उत्तर-पूर्वी नाइजीरिया के गांव दारुल जमाल पर रात में किए गए हमले में कम से कम 60 लोगों की हत्या कर दी थी. हाल के दिनों में बोको हराम के हमलों में तेजी देखी गई है, जिसकी वजह से अशांति से जूंझ रहे नाइजीरिया के लोगों की और मुश्किलें बढ़ गई हैं.
बोको हराम नाइजीरिया सरकार के क्यों खिलाफ है?
बोको हराम एक सलाफी-जिहादी संगठन है, जो नाइजीरिया के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (खासकर बोर्नो, आदमावा और योबे राज्यों) में सक्रिय है. इसकी स्थापना 2002 में मोहम्मद यूसुफ ने की थी और 2009 से यह हिंसक कार्रवाई कर रहा है. संगठन का मुख्य उद्देश्य नाइजीरिया की सेक्युलर सरकार को उखाड़ फेंकना और पूरे देश में सख्त शरिया कानून पर आधारित इस्लामी राज्य स्थापित करना है.
यह पश्चिमी शिक्षा, लोकतंत्र और आधुनिक संस्थाओं के खिलाफ है और इन्हें अविश्वास यानी कुफ्र का प्रतीक मानता है. जिसको खत्म करने के लिए वह नाइजीरिया में आए दिन हमले करता रहता है.