PM मोदी ने 49वीं प्रगति बैठक में 65,000 करोड़ की परियोजनाओं की समीक्षा की, 8 प्रोजेक्ट्स पर रहा फोकस

PM मोदी ने 49वीं प्रगति बैठक में 65,000 करोड़ की परियोजनाओं की समीक्षा की, 8 प्रोजेक्ट्स पर रहा फोकस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 49वीं प्रगति (PRAGATI) बैठक की अध्यक्षता करते हुए देश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए आठ बड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की. ये परियोजनाएं खनन, रेलवे, जल संसाधन, औद्योगिक कॉरिडोर और बिजली जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों से जुड़ी हैं. इनका कुल निवेश 65,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है और ये 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैली हुई हैं.

इस बैठक का उद्देश्य था कि ये परियोजनाएं समय पर पूरी हों, संबंधित एजेंसियों में बेहतर समन्वय हो और आने वाली अड़चनों का तुरंत समाधान निकाला जाए. प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि काम में देरी का खामियाजा दो गुना होता है, एक तरफ लागत बढ़ जाती है और दूसरी तरफ आम लोगों को समय पर जरूरी सेवाएं भी नहीं मिल पातीं हैं.

समय पर काम और परिणाम जरूरी- प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र और राज्य सरकारों के मंत्रालयों को फटकार लगाते हुए कहा कि परियोजनाओं में देरी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी, उन्होंने अधिकारियों से रिजल्ट ओरिएंटेड अप्रोच को अपनाने की बात कही है, यानी की एक ऐसा तरीका जिसमें केवल प्रक्रिया नहीं, बल्कि नतीजे भी साफ नजर आएं, जिसमें आम नागरिकों तक योजनाओं का लाभ समय पर पहुंचाना प्राथमिकता है.

प्रधानमंत्री मोदी यह भी कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भी अपने स्तर पर एक प्रभावी प्रणाली विकसित करनी चाहिए, ताकि समय-समय पर फ्लैगशिप परियोजनाओं की निगरानी और समीक्षा सुनिश्चित की जा सके. इससे कार्यों में पारदर्शिता बढ़ेगी और देरी जैसी समस्याओं से बचा जा सकेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने सुधारों के महत्व पर बल देते हुए कहा कि देश की प्रगति के लिए प्रतिस्पर्धा, दक्षता और इनोवेशन को बढ़ावा देना जरूरी है. उन्होंने स्पष्ट किया कि सुधारों के ज़रिए भारत उभरते अवसरों का तेजी से लाभ उठा सकेगा और वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति को और मजबूत करेगा.

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